चेपॉक की परिस्थितियों को समझने में हुई भूल, पिच और विकेटों को पढ़ नहीं पाए

सीएसके मुख्य कोच फ्लेमिंग ने कहा-स्पिनर नहीं तेज गेंदबाज को हुआ फायदा

चेन्नई,। चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने माना है कि उनकी टीम हाल के वर्षों में चेपॉक की परिस्थितियों को समझने के लिए संघर्ष कर रही है। आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से सीएसके को हार मिली है। चेपॉक के मैदान पर आरसीबी के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड और भुवनेश्वर कुमार ने परिस्थितियों का शानदार फायदा उठाया। वहीं, आरसीबी के बल्लेबाजों ने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई के सामने 197 रनों का लक्ष्य रख दिया। जिसे हासिल करने में सीएसके विफल रही।

फ्लेमिंग ने सीएसके की घरेलू मैदान पर सबसे बड़ी हार के बाद कहा कि जैसा कि हम आपको बता रहे हैं, चेपॉक में घरेलू मैदान पर खेलने का कोई फायदा नहीं था। हमने कई बार घर से बाहर जीत हासिल की है। हम पिछले कुछ सालों में चेपॉक की पिच और विकेटों को पढ़ नहीं पाए। इसलिए यह कोई नई बात नहीं है। चेपॉक, जिसे कभी स्पिनरों की मदद के लिए जाना जाता था। यहां आईपीएल 2024 में इस मैदान पर तेज गेंदबाजों ने 74 विकेट लिए जबकि स्पिनरों ने सिर्फ 25 विकेट लिए। सीएसके ने इस बार टीम में स्पिन गेंदबाजों का चयन किया, लेकिन परिस्थितियां उनकी ताकत के अनुरूप नहीं रहीं।

फ्लेमिंग ने माना है कि चेपॉक की पिच में काफी बदलाव आया है। जहां आप चार स्पिनरों को खिला सकते हैं। हमें प्रत्येक पिच की प्रकृति को समझने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है, और यह काफी अलग है। 

सीएसके को उम्मीद थी कि दूसरी पारी में ओस की भूमिका अहम होगी, क्योंकि इससे उन्हें लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। हालांकि, सतह धीमी होती गई, जिससे स्ट्रोक खेलना मुश्किल हो गया। सीएसके के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा कि मुझे अब भी लगता है कि इस विकेट पर 170 रन का स्कोर बनना था। बल्लेबाजी करना इतना आसान नहीं था। जब आप 170 रन का पीछा कर रहे होते हैं, तो आपके पास थोड़ा ज्यादा समय होता है, लेकिन जब आप 20 रन अतिरिक्त का पीछा कर रहे होते हैं, तो आपको पावरप्ले में अलग तरह से बल्लेबाजी करनी होती है और आज ऐसा नहीं हुआ। यह थोड़ा धीमा हो गया और इसका हमें नुकसान हुआ और हम हार गए।

29मार्च25

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