रायपुर में विकास कार्यों पर महापौर का सख्त रुख: लापरवाही बर्दाश्त नहीं, गुणवत्ता से समझौता तो अधिकारी होंगे दोषी

रायपुर। नगर निगम रायपुर की महापौर मीनल चौबे ने विकास कार्यों की धीमी रफ्तार और गुणवत्ता को लेकर बड़ा एक्शन मोड अपनाया है। आज नगर निगम कार्यालय में हुई समीक्षा बैठक में उन्होंने साफ-साफ कहा गुणवत्ताहीन कार्यों का भुगतान हुआ तो संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होंगे! 15वें वित्त आयोग के अंतर्गत चल रहे प्रगतिरत कार्यों की विस्तृत समीक्षा करते हुए महापौर ने ठेकेदारों और इंजीनियरों की क्लास लगाई। बैठक में प्रभारी अपर आयुक्त कृष्णा खटीक, मुख्य अभियंता यू.के. धलेन्द्र, अधीक्षण अभियंता राजेश राठौर, कार्यपालन अभियंता अंशुल शर्मा (सीनियर और जूनियर) सहित सभी उप अभियंता और ठेकेदार मौजूद थे। महापौर ने निर्देश दिया कि जिन वार्डों में कार्य प्रगतिरत हैं, वहां के वार्ड पार्षदों की जानकारी में लाए बिना कोई कार्य नहीं होगा। हर कार्य की सतत निगरानी की जाएगी और तय समयसीमा में काम पूरा करना अनिवार्य होगा। महापौर ने विशेष निर्देश देते हुए कहा कि शहर में जिन बड़े नालों में गोवंश गिर जाते हैं, वहां ड्रेन कव्हर लगाना प्राथमिकता में रखा जाए। रायपुर के सभी 70 वार्डों के मुख्य मार्गों, महापुरुषों की प्रतिमाओं, चौक-चौराहों, स्कूल, हॉस्पिटल, बाजार, कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स, और फ्लाईओवर के नीचे ड्रेन कव्हर और पेवर वर्क को जल्द पूरा किया जाए। चारों विधानसभा क्षेत्रों के उद्यानों की धीमी प्रगति पर भी महापौर ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जिन उद्यानों का सौंदर्यीकरण धीमा चल रहा है, उन्हें तत्काल गति देकर निर्धारित समय में पूरा किया जाए।

09 अप्रैल 2025