झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी का जुलाई में पुनर्गठन होगा। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के समय गठित कमेटी वर्तमान में काम करेगी और इसके पदाधिकारियों को 100 दिनों का टास्क दिया गया है। कांग्रेस के झारखंड प्रभारी के. राजू ने बुधवार को पार्टी का पांच दिवसीय मंथन कर रहे थे। पुराना विधानसभा सभागार में आयोजित बैठक में के. राजू ने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव में हमारा परिणाम संतोषजनक नहीं है और यह एक बड़ी चुनौती है। हमें इस पर विचार कर कार्य प्रणाली में सुधार लाना होगा। यहां संगठनात्मक शक्ति का अभाव है। उन्होंने कहा कि विभिन्न सामाजिक वर्गों के मुद्दों को धारदार तरीके से हम उठा नहीं पा रहे हैं, जिससे कोई समाज हमारे प्रति आकर्षित हो। अपने वादे के अनुसार कांग्रेस ने तेलंगाना में जातिगत जनगणना कराकर पिछड़ा वर्ग को 42 प्रतिशत आरक्षण दिया है। इसे लेकर हमें जनता के बीच जाना होगा। कुछ क्षेत्रों में नेतृत्व का अभाव है। आपसी एकता का अभाव हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है।
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी के. राजू ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता नेतृत्व को अपनी बात कहना चाहते हैं, लेकिन उसके पास उचित फोरम नहीं है। हम उन्हें यह फोरम उपलब्ध कराएंगे। कार्यकर्ता काम करना चाहता हैं, लेकिन काम करने के बावजूद उन्हें प्रोत्साहन नहीं मिलता, इसे दूर किया जाएगा। कार्यकर्ताओं को नेताओं से लगातार संपर्क में रहना होगा। इसके लिए 14 अप्रैल को ऐप लॉन्च होगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बातों को सीधा सुना जाएगा। कोई मिडिल मैन नहीं होगा। इसके लिए कनेक्ट सेंटर प्रारंभ होगा, जहां कार्यकर्ता सीधे अपनी बातों को रखेंगे। 100 दिनों की कार्य योजना तैयार है, लोगों को जिम्मेदारियां दी गई हैं। इसके बाद 15 जुलाई को प्रदेश कमेटी का पुनर्गठन किया जाएगा।
26मार्च25
